दीपावली, जिसे हम दिवाली भी कहते हैं, भारत में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है।आमतौर पर दिवाली अक्टूबर या नवंबर में आता है. इस दिन इस दिन श्री राम लंकापति रावण को हराने के बाद अपनी नगरी – अयोध्या – लौटे थे. भगवान राम की अयोध्या वापसी राई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
दीपावली की डेट को लेकर लोगों के बीच में अभी तक भारी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोगों का कहना है कि दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी तो कुछ लोग कह रहे हैं कि दीपावली 1 नवंबर को मनाई जाएगी। दीपावली की डेट के निर्धारण को लेकर आज जयपुर में विद्वानों और ज्योतिषियों का महामंथन चल रहा है।
दीपावली, भारत में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार, हर साल, केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के भारतीय समुदायों में विशेष आनंद और उत्सव के साथ मनाया जाता है। “दीपावली” शब्द का अर्थ होता है “दीपों की श्रृंखला”. यह शब्द बना है “दीप” और “आवली” को जोड़ कर जिन्हें संस्कृत भाषा के शब्दों से लिया गया है।
यह त्योहार बड़ी धूमधाम और खुशी के साथ मनाया जाता है। घरों को सुंदर रंगोली, चमकीली लाइट्स और दीपों से सजाया जाता है। परिवार एकत्र होकर मिठाइयाँ और नाश्ते बांटते हैं, उपहारों और आशीर्वादों का आदान-प्रदान करते हैं।
दिवाली के प्रमुख रिवाजों में देवी लक्ष्मी की पूजा करना शामिल है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं। लोग अपने घरों की सफाई और सजावट करते हैं ताकि वे देवी लक्ष्मी का स्वागत कर सकें। पटाखे रात के आकाश को रोशन करते हैं, जिससे एक जादुई वातावरण बनता है।
इस खुशहाल अवसर को मनाते समय, आइए हम सभी के बीच प्यार और सकारात्मकता फैलाने का प्रयास करें। दिवाली सिर्फ उत्सव का समय नहीं है; यह जरूरतमंदों की मदद करने और अपने प्रियजनों की कदर करने की भी याद दिलाती है।